धर्मांतरण का मास्टरमाइंड की कोठी पर गरजा बुलडोजर
CM बोले- सभी अपराधियों की संपत्तियां जब्त होंगी
आज मंगलवार की सुबह 10.30 बजे प्रशासनिक टीम यूपी के बलरामपुर में धर्मांतरण व राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के मास्टरमाइंड जमालुद्दीन उर्फ छांगुर की मधुपुर स्थित आलीशान कोठी पर बुलडोजर गरजा।पुलिस गैस कटर से ताला काटकर अंदर दाखिल हुई। इसके बाद कार्रवाई शुरू की।
यह कोठी उतरौला-मनकापुर मुख्य मार्ग पर है। 3 बीघा जमीन पर करीब 3 करोड़ की कमाई हुई थी। इसमें लगे हैं 10 CCTV कैमरे। कोठी के चारों तरफ बाउंड्री वॉल पर करंट के लिए तार दौड़ी गया था। कहीं से भी कोई अंदर नहीं आ सका। मेन गेट से कोठी तक जाने के लिए 500 मीटर की प्राइवेट रोड
बनी हुई है।
सीओ उतरौला राघवेंद्र सिंह ने घर का निरीक्षण किया। बायें तरफ से निर्माण ढहाने की कार्रवाई शुरू की गई। गेट के दायें तरफ बने दो मंजिला इमारत में कुछ लोग रह रहे थे। उन्हें घर से बाहर निकलने को कहा गया है। बुलडोजर कार्रवाई शुरू होने से मौके पर लोगों की भीड़ जुट गई। देखने वालों का तांता लगा रहा।
इससे पहले सोमवार शाम करीब 6:30 बजे तक छांगुर की कोठी पर पुलिस बल के साथ पहुंची प्रशासन की टीम ने गेट पर बेदखली का नोटिस चस्पा किया। तहसीलदार ने बताया कि सात दिनों में अतिक्रमण नहीं हटाया गया तो प्रशासन अपने स्तर से अतिक्रमण को गिरवाएगा। छांगुर की बहू साबिरा पहली बार बाहर आई और प्रशासन पर आरोप लगाया कि पुलिस की कार्रवाई से बच्चे डरे हैं। मामले में प्रभारी निरीक्षक ने कहा कि आरोप मनगढ़ंत है।
छांगुर बाबा टारगेट पर हिंदू लड़कियाँ होती थी। उनके धर्म परिवर्तन करवाता। हर जाति की लड़कियों का रेट फिक्स रखा गया था। जैसे- ब्राह्मण, और सरदार व क्षत्रिय लड़कियों के
लिए 15 से 16 लाख रुपये भुगतान होता था। पिछौड़ी जाति की लड़कियों को 10 से 12 लाख रुपये का भुगतान होता था।
अन्य जाति की लड़कियों के लिए 8 से 10 लाख रुपये नीचे दिये गये थे।
प्रदेश में गैर-मुस्लिम लड़कियों को बहला फुसलाकर कराए जा रहे धर्मांतरण के खिलाफ सिख व सिंधी समाज के लोगों ने आक्रोश व्यक्त किया है। समाज के लोगों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस तरह का कुत्सित प्रयास करने वालों को चिह्नित कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। शनिवार को ATS ने 50 हजार रुपये के इनामी छांगुर
बाबा को नीतू उर्फ़ नसरीन के साथ लखनऊ से गिरफ्तार किया था। दोनों के खिलाफ नवंबर 2024 में ATS ने लखनऊ में मुकदमा दर्ज किया था।